NISM, जो नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सिक्योरिटीज मार्केट्स के लिए खड़ा है, एक भारतीय सार्वजनिक ट्रस्ट और सिक्योरिटीज मार्केट के देश के प्राथमिक नियामक, सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) द्वारा स्थापित एक स्वायत्त नियामक निकाय है।

NISM की स्थापना 2006 में शिक्षा, प्रमाणन और क्षमता निर्माण के माध्यम से प्रतिभूति बाजार प्रतिभागियों की गुणवत्ता बढ़ाने के उद्देश्य से की गई थी।

सतत व्यावसायिक शिक्षा (CPE): NISM, यह सुनिश्चित करने के लिए सीपीई कार्यक्रम पेश करता है कि प्रमाणित पेशेवर प्रतिभूति बाजारों में नवीनतम विकास और नियामक परिवर्तनों से अपडेट रहें।

वित्तीय बाजारों में प्रमाणन (NCFM): यह कार्यक्रम वित्तीय बाजारों में काम करने वाले व्यक्तियों के ज्ञान और कौशल के लिए इक्विटी डेरिवेटिव, मुद्रा डेरिवेटिव, म्यूचुअल फंड इत्यादि जैसे विभिन्न मॉड्यूल को कवर करता है।

प्रतिभूति बाजारों में प्रमाणन (NCSM): यह कार्यक्रम प्रतिभूति बाजारों में विशेष ज्ञान प्रदान करने पर केंद्रित है, जिसमें पूंजी बाजार, प्रतिभूति संचालन, अनुपालन और जोखिम प्रबंधन जैसे विषय शामिल हैं।

स्नातकोत्तर कार्यक्रम: NISM वित्त और संबंधित क्षेत्रों में स्नातकोत्तर कार्यक्रमों की पेशकश करने के लिए विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों के साथ भी सहयोग करता है।

प्रमाणन: एनआईएसएम प्रमाणन परीक्षा प्रदान करता है जो शेयर बाजार में काम करने वाले व्यक्तियों की योग्यता और दक्षता को मान्य करता है।

कुल मिलाकर, एनआईएसएम बाजार सहभागियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, प्रमाणन और प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करके भारतीय प्रतिभूति बाजारों में व्यावसायिकता और क्षमता के मानकों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।