1. पृथ्वी की धुरी का झुकाव: पृथ्वी की धुरी सूर्य के चारों ओर अपनी कक्षा के सापेक्ष झुकी हुई है। गर्मियों के दौरान, सूर्य की ओर झुका हुआ गोलार्ध अधिक सीधी धूप प्राप्त करता है, जिससे तापमान गर्म हो जाता है

2. पृथ्वी की कक्षा: पृथ्वी सूर्य के चारों ओर एक अण्डाकार कक्षा का अनुसरण करती है। वर्ष के कुछ निश्चित समय, जैसे गर्मी, के दौरान, पृथ्वी अपनी कक्षा में सूर्य के करीब होती है, जो उच्च तापमान में योगदान करती है।

3. दिन के उजाले की अवधि: गर्मियों में, पृथ्वी की धुरी के झुकाव के कारण दिन बड़े और रातें छोटी होती हैं। लंबे समय तक सूर्य के प्रकाश के संपर्क में रहने से तापमान गर्म हो जाता है।

4. वायुमंडलीय परिसंचरण: वायुमंडलीय परिसंचरण पैटर्न, जैसे वायु द्रव्यमान और समुद्री धाराओं की गति, गर्मी के मौसम के पैटर्न और तापमान को निर्धारित करने में भी भूमिका निभाते हैं।

5. जब कोई गोलार्ध सूर्य की ओर झुका होता है, तो उसे अधिक सीधी धूप प्राप्त होती है। इस झुकाव के कारण मौसमी परिवर्तन होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप पृथ्वी के विभिन्न भागों में वर्ष के अलग-अलग समय में गर्मी का अनुभव होता है।

कुल मिलाकर, ग्रीष्म ऋतु पृथ्वी के पारिस्थितिक तंत्र के संतुलन को बनाए रखने और मानव सभ्यता सहित जीवन के विभिन्न रूपों को समर्थन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।