रानी जोधा बाई, जिन्हें मरियम-उज़-ज़मानी के नाम से भी जाना जाता है वह भारत के तीसरे मुगल सम्राट अकबर की राजपूत पत्नी और सम्राट जहांगीर की मां थीं।

रानी जोधा बाई का जन्म आमेर (वर्तमान जयपुर) के राजा भारमल की बेटी हीरा कुंवारी के रूप में हुआ था। वह कछवाहा राजपूत वंश से थीं, जो मध्ययुगीन भारत में सबसे शक्तिशाली राजपूत कुलों में से एक था।

जोधाबाई का विवाह 1562 में मुगलों और राजपूतों के बीच एक राजनीतिक गठबंधन के तहत सम्राट अकबर से हुआ था।

जोधाबाई ने अकबर को उसके सबसे बड़े जीवित पुत्र, राजकुमार सलीम को जन्म दिया, जो बाद में सम्राट जहाँगीर बना।

जोधाबाई को अक्सर अकबर के शासनकाल के दौरान धार्मिक सहिष्णुता और सद्भाव को बढ़ावा देने में उनकी भूमिका  है। वह अकबर की सुलह-ए-कुल और दीन-ए-इलाही के समर्थन के लिए जानी जाती थीं।

जोधा बाई को उनके बेटे सलीम के जन्म के बाद मरियम-उज़-ज़मानी  की उपाधि दी गई थी। उनका मुगल दरबार में महत्वपूर्ण प्रभाव था

जोधाबाई अकबर के शासनकाल के दौरान कला, वास्तुकला और संस्कृति की संरक्षक थीं। रानी जोधा बाई को भारतीय इतिहास में राजनयिक, मां और धार्मिक सद्भाव के  लिए याद किया जाता है।