इन कारकों ने सामूहिक रूप से 1526 में पानीपत की पहली लड़ाई में इब्राहिम लोधी पर बाबर की जीत में योगदान दिया।
पानीपत की पहली लड़ाई में बाबर ने पहली बार तुगलमा युद्ध रणनीति और तोपखाने का इस्तेमाल किया। उस्ताद अली और मुस्तफा बाबर के दो प्रसिद्ध निशानेबाज थे, जिन्होंने पानीपत की पहली लड़ाई में भाग लिया था।
सैन्य रणनीति: मुगल साम्राज्य के संस्थापक बाबर ने तोपखाने और आग्नेयास्त्रों के प्रभावी उपयोग सहित उन्नत सैन्य रणनीति अपनाई, जो इब्राहिम लोधी की सेना से बेहतर थी।
सेना की संरचना: बाबर की सेना में तुर्क, उज़्बेक और मध्य एशियाई लड़ाकों का मिश्रण शामिल था जो अत्यधिक अनुशासित और प्रशिक्षित थे, जबकि इब्राहिम लोधी की सेना में एकता और अनुशासन का अभाव था
इलाक़ा और रणनीति: बाबर ने रणनीतिक रूप से अपनी सेना को लाभप्रद इलाके में तैनात किया, और उसके पार्श्व युद्धाभ्यास ने इब्राहिम लोधी की संरचनाओं को बाधित कर दिया,
नेतृत्व: बाबर के नेतृत्व कौशल और सैन्य रणनीति ने जीत हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दूसरी ओर, इब्राहिम लोधी के नेतृत्व को कमजोर माना गया