कोहिनूर हीरे को लेकर एक रहस्यमयी मान्यता है कि यह श्रापित है यह मान्यता भारतीय पौराणिक कथाओं से जुड़ी है। कहा जाता है

कि जो भी पुरुष इसे अपने पास रखेगा, उसका साम्राज्य या तो नष्ट हो जाएगा या वह व्यक्ति दुखद अंत का सामना करेगा।

कोहिनूर के स्वामियों का दुर्भाग्य मुगल सम्राट - इस हीरे को कई मुगल सम्राटों ने अपने पास रखा, लेकिन मुगल साम्राज्य की शक्ति धीरे-धीरे कमजोर होती गई।

नादिर शाह - नादिर शाह ने कोहिनूर को भारत से फारस ले जाया, लेकिन कुछ ही वर्षों में उसकी हत्या कर दी गई, और उसका साम्राज्य बिखर गया।

अहमद शाह दुर्रानी - नादिर शाह के बाद कोहिनूर अफगान शासक अहमद शाह दुर्रानी के पास गया। लेकिन दुर्रानी वंश भी संघर्षों में उलझा रहा और अंततः उसका पतन हो गया।

महाराजा रणजीत सिंह - पंजाब के महान शासक रणजीत सिंह ने भी कोहिनूर को अपने कब्जे में लिया, परन्तु उनकी मृत्यु के बाद उनके उत्तराधिकारी और पंजाब साम्राज्य जल्द ही अंग्रेजों के अधीन हो गया।

ब्रिटिश साम्राज्य - अंग्रेजों ने कोहिनूर को महारानी विक्टोरिया को भेंट किया। कोहिनूर को महारानी ने पहन लिया ब्रिटिश शाही परिवार ने कोहिनूर की "श्रापित" प्रतिष्ठा के कारण इसे पुरुषों द्वारा नहीं पहना गया,

आज भी कोहिनूर को लेकर यह मान्यता है कि इसे केवल महिलाएं ही पहन सकती हैं। ब्रिटिश शाही परिवार में भी इसे केवल महिलाओं के ताज का हिस्सा माना गया है,